वर्तनी (Spellings)
वर्तनी – लिखने की रीति को ही वर्तनी कहा जाता है। वर्तनी का सीधा सम्बन्ध उच्चारण से होता है। यदि हमारे किसी वाक्य के लिए किया उच्चारण अशुद्ध होगा तो वर्तनी अशुद्ध होगा।

अशुद्ध |
शुद्ध |
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अजमाइश | आजमाइश |
आन्त्याक्षरी | अन्त्याक्षरी |
अविष्कार | आविष्कार |
अनाधिकार | अनधिकार |
अनुग्रह | अनुगृह |
आधीन | अधीन |
विशिष्ठ | विशिष्ट |
तदन्तर | तदनन्तर |
सदोपदेश | सदुपदेश |
क्रत्रिम | कृत्रिम |
दृष्टा | द्रष्टा |
कुमुदनी | कुमुदिनी |
फिटकिरी | फिटकरी |
विरहणी | विरहिणी |
अहिल्या | अहल्या |
सरोजनी | सरोजिनी |
फिजूल | फजूल |
निरिक्षण | निरीक्षण |
ब्रम्हाण | ब्राम्हाण |
भगीरथी | भागीरथी |
संसारिक | सांसारिक |
हस्ताक्षेप | हस्तक्षेप |
हाथिनी | हथिनी |
तत्कालिक | तात्कालिक |
प्रथक | पृथक |
श्रंगार | श्रृंगार |
पड़ोसन | पड़ोसिन |
प्रेमचंद्र | प्रेमचंद |
बरात | बारात |
परलौकिक | पारलौकिक |
व्यवसायिक | व्यावसायिक |
मिठायी | मिठाई |
अक्षोहिणी | अक्षौहिणी |
उपन्यासिक | औपन्यासिक |
अँधा | अन्धा |
ग्रहणी | गृहिणी |
उधम | ऊधम |
अधपतन | अधःपतन |
अंजलि | अंजली |
दरिद्रता | दारिद्रय |
महानता | महत्ता |
पौरुषतत्व | पुरुषतत्व |
कालीदास | कालिदास |
निस्वार्थ | निःस्वार्थ |
सन्याशी | संन्यासी |
सैन्यसमूह | सेना |
ईंजन | इंजन |
अजोधा | अयोध्या |
जदि | यदि |
जम | यम |
गरिष्ठ | गरिष्ट |
वरिष्ट | वरिष्ठ |
अभीष्ठ | अभीष्ट |
षष्ठी | षष्टी |
परिशिष्ठ | परिशिष्ट |
पुज्यनीय | पूजनीय |
उपरोक्त | उपर्युक्त |
भाग्यमान | भाग्यवान |
अकाट्य | अखण्डनीय |
अनेकों | अनेक |
अनाधिकृत | अनधिकृत |
वधु | वधू |
संग्रहित | संगृहीत |
शनेःशनेः | शनैःशनैः |
जमुना | यमुना |
जाचना | याचना |
चेष्ठा | चेस्टा |
रामायन | रामायण |
श्रवन | श्रवण |
विस्मरन | विष्मरण |
बीबी | बीवी |
अंतर्ध्यान | अंतर्धान |
ब्याकरण | व्याकरण |
ब्रत | व्रत |
कृत्यकृत्य | कृतकृत्य |
कवित्री | कवयित्रि |
रित्यानुसार | रीत्यनुसार |
अन्तर्कथा | अंतःकथा |
सीधा-साधा | सीधा-सादा |
अनुवादित | अनूदित |
अनुमानित | अनुमति |
व्यापित | व्याप्त |
निर्दयी | निर्दय |
प्रियम्वदा | प्रियंवदा |
उज्जवल | उज्ज्वल |
आर्शीवाद | आशीर्वाद |
सन्मुख | सम्मुख |
विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए शुद्ध-अशुद्ध वाक्य
अशुद्ध – उनकी महिला भी उनके साथ आयी।
शुद्ध – उनकी पत्नी भी उनके साथ आयी।
अशुद्ध – मै तुमसे रविवार के दिन मिलूंगा।
शुद्ध – मै तुमसे रविवार को मिलूंगा।
अशुद्ध – प्रेम करना तलवार की नोक पर चलने के बराबर है।
शुद्ध – प्रेम करना तलवार की धार पर चलने के बराबर है।
अशुद्ध – गंभीर व्यक्ति के मन की थाह का पता नहीं चलता है।
शुद्ध – गंभीर व्यक्ति के मन की थाह नहीं मिलती है।
अशुद्ध – महात्मा गाँधी के संदेशों से देश सर्वाधिक प्रभावित हुआ।
शुद्ध – महात्मा गाँधी के सन्देश से देश सर्वाधिक प्रभावित हुआ।
अशुद्ध – तेरे को क्या चाहिए।
शुद्ध – तुम्हे क्या चाहिए।
अशुद्ध – आप बताओ।
शुद्ध – कृपया आप बयायें।
अशुद्ध – यह लोग कहाँ जा रहे हैं?
शुद्ध – ये लोग कहाँ जा रहे हैं?
अशुद्ध – दही में कौन पड़ा है?
शुद्ध – दही में क्या पड़ा है?
अशुद्ध – वह मुझसे सभीत है।
शुद्ध – वह मुझसे भयभीत है।
अशुद्ध – कमल का पुष्प सुकोमल होता है।
शुद्ध – कमल का पुष्प कोमल होता है।
अशुद्ध – अधिकांश लोगों का यही विचार है।
शुद्ध – अधिकतर लोगों का यही विचार है।
अशुद्ध – आप हस्ताक्षर बना दें।
शुद्ध – आप हस्ताक्षर कर दें।
अशुद्ध – आप विचार कीजिये।
शुद्ध – आप विचार करें।
अशुद्ध – सूर्य पूर्व पर उगता है।
शुद्ध – सूर्य पूर्व में उगता है।
अशुद्ध – मुझे भरी दुःख हुआ।
शुद्ध – मुझे बहुत दुःख हुआ।
अशुद्ध – मरे राम , जलावे राम।
शुद्ध – मारे राम , जिलावे राम।
अशुद्ध – मैंने झूठ बोला।
शुद्ध – मैं झूठ बोला।
अशुद्ध – गोदान प्रेमचंद्र की एक श्रेष्ठ उपन्यास है।
शुद्ध – गोदान प्रेमचंद का एक श्रेष्ठ उपन्यास है।
अशुद्ध – भारत की आज वर्तमन स्थिति ठीक नहीं है।
शुद्ध – भारत की वर्तमान स्थिति ठीक नहीं है।
अशुद्ध – हिमालय पर्वत सबसे ऊँचा पर्वत है।
शुद्ध – हिमालय सबसे ऊँचा पर्वत है।
अशुद्ध – झूठ कभी भी नहीं बोलना चाहिए।
शुद्ध – कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए।
अशुद्ध – मेरे घर में केवल एकमात्र चपरासी है।
शुद्ध – मेरे घर में केवल एक चपरासी है।
अशुद्ध – नायक का पति प्रदेश में है।
शुद्ध – नायिका का पति प्रदेश में है।
अशुद्ध – चोर-चोर ममेरे भाई।
शुद्ध – चोर – चोर मौसेरे भाई।
अशुद्ध – मैंने पढ़ते हुए दो कुत्तों को देखा।
शुद्ध – पढ़ते हुए मैंने दो कुत्तों को देखा।
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