Dear Aspirants, यदि आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा जैसे कि SSC, Banking, Railway, UPSSSC, TET, CTET, UPPSC, UPSC, State PCS की तैयारी कर रहे हैं, तो आप भली-भांति सामान्य अध्ययन से अवगत होंगे और आपको यह भी ज्ञात होगा की General Studies में History के एक टॉपिक Mughal Kal Notes को पढना और उसे समझना बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में इससे प्रश्न जरुर पूछा जाता है।
Babur History । बाबर के बारे में
भारत में मुग़ल वंश का संस्थापक बाबर था। बाबर ने मुग़ल वंश की स्थापना के साथ ही एक नए पद ‘पद पद्पादशाही’ की स्थापना की थी।
बाबर का जीवन परिचय | notes on babur in hindi
- बाबर का वास्तविक नाम – जहीरुद्दीन मुहम्मद था ।
- बाबर का शासनकाल वर्ष – 1526 से लेकर 1530 जारी रहा ।
- बाबर ने भारत पर 4 वर्ष तक शासन किया था।
- बाबर के पिता का नाम – उमरशेख मिर्जा (तैमूर वंशज) था ।
- बाबर के पिता उमरशेख मिर्जा फरगना राज्य के शासक थे।
- बाबर के माता का नाम – कुतलुग निगार खानम (मंगोल) था ।
- तुर्की भाषा में बाबर का अर्थ बाघ है।
- 11 वर्ष की आयु में बाबर का राज्याभिषेक ( 1494 ई में ) हुआ था।
मुग़ल वंश की स्थापना | Mughal Vansh ki Sthapana
राणा सांगा की सिफारिश करने बाबर भारत आया और 21 अप्रैल 1526 ई० को बाबर एवं इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत में पहला युद्ध हुआ जिसमे बाबर विजयी हुआ और फिर बाबर ने मुग़ल वंश की स्थापना की।
बाबर ने भारत पर कुल पांच आक्रमण किया जिनमे से चार मुख्य हैं।
बाबर के द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध इस प्रकार हैं –
पानीपत का प्रथम युद्ध | Panipat ka Pratham Yuddh
- कब – 21 अप्रैल 1526 ई०
- किनके बीच – बाबर एवं इब्राहिम लोदी
- कौन जीता – बाबर
खानवा का युद्ध | Khanwa ka Yuddh
- कब – 17 मार्च 1527 ई
- किनके बीच – बाबर एवं राणा सांगा
- कौन जीता – बाबर
- बाबर के विशेष कार्य – शराब प्रयोग पर प्रतिबन्ध,जिहाद का नारा दिया
- धारण की गई उपाधि – खानवा युद्ध जितने के बाद गाजी का उपाधि धारण किया।
चंदेरी का युद्ध | Chanderi ka Yuddh
- कब – 29 जनवरी 1528 ई
- किनके बीच – बाबर एवं मेदनी रॉय
- कौन जीता – बाबर
घाघरा का युद्ध | Ghaghra ka Yuddh
- कब – 6 मई 1529 ई
- किनके बीच – बाबर एवं अफगान सेना
- कौन जीता – बाबर
नोट – बाबर ने भारत में सभी युद्ध को जीता।
- बाबर का भारत पर प्रथम आक्रमण युसुफजाई जाति के विरुद्ध था और इसमें भी जीत हासिल की।
बाबर की मृत्यु | Babur ki Mrityu
- कब हुआ – 26 दिसम्बर 1530
- बाबर के शव को पहले उसके शव को आगरा के आरामबाग और फिर उसके शव को उसके प्रिय स्थान काबुल में दफनाया गया।
- इस प्रकार से पहला मुग़ल शासक जिसे दो बार दफनाया गया।
बाबर का मूल्यांकन | Babur ka Mulyankan
- बाबर ने ही सर्वप्रथम तुगलमा युद्धनीति और तोपखाने का प्रयोग किया।
- तुगलमा युद्ध कला को बाबर ने उज्बेकों से ग्रहण किया था।
- बाबर ने सड़कों को मापने के लिए गज–ए–बाबरी पैमाने की शुरुआत की।
- भारत में दो खेल शुरू किया (1) गंजिफा (तास का खेल) और (2) इश्कबाजी (कबूतरों का खेल)
- बाबर ने छंद ‘मुबईयान’ का सृजन किया।
- बाबर तुर्की भाषा का विद्वान् था।
- बाबर बाग–बागीचा लगाने का शौक़ीन था।
- बाबर ने शाहरुख़ नामक चांदी का सिक्का चलाया।
बाबर की आत्मकथा | Babur ki Atmkatha
- बाबर ने तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा ‘तुजुक–ए–बाबरी’ को लिखा जिसे देवनागरी में बाबरनामा के नाम से जाना जाता है।
- बाबर की आत्मकथा बाबरनामा को अब्दुर्रहीम खानखाना ने फ़ारसी में अनुवाद किया।
बाबर के पुत्र | Babur ke Putra
बाबर के चार पुत्र थे (1) हुमायूँ (2) कामरान (3) अस्करी (4) हिंदाल
humayun history । हुमायूँ के बारे में
बाबर की मृत्य के बाद उसका उत्तराधिकारी उसका बड़ा पुत्र हुमायूँ हुआ।
हुमायूँ का जीवन परिचय | Notes on Humayun in Hindi
- जन्म कब हुआ – 6 मार्च 1508 ई
- हुमायूँ के पिता का नाम – बाबर
- हुमायूँ के माता का नाम – माहम बेगम
- हुमांयू की पत्नी का नाम – हमीदा बानो बेगम
- हुमायूँ के पुत्र का नाम – अकबर
हुमायूँ का राज्याभिषेक | Humayun ka Rajyabhishek
- हुमायूँ का शासनकाल वर्ष – 1530 से 1540 पुनः 1555 से 1556 ई० तक रहा
हुमायूँ की कठिनाईयां | Humayun ki Kathinaiyan
- हुमायूँ के सबसे बड़े शत्रु अफगान थे , वे बाबर के समय से ही मुगलों को भारत से बाहर खदेड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे और हुमायूँ को कमजोर शासक समझकर अपने प्रयास को और तेज कर दिए।
हुमायूँ की मृत्यु
- 1556 ई में दीनपनाह नामक पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरने के कारण हुमायूँ का मृत्यु हो गया।
हुमायूँ की जीवनी | Humayuj ki Jeevani
- हुमायूँ की जीवनी का नाम ‘हुमायूंनामा’ है जिसकी रचना गुलबदन बेगम ने की।
हुमायूँ का सैन्य अभियान
- कालिंजर के शासक रुद्रदेव पर 1531 ई में पहला आक्रमण किया।
चौसा का युद्ध | Chausa ka Yuddh
- कब – 1539 ई० में
- कब – 1539 ई में
- किनके बीच – शेर खान एवं हुमायूँ के बीच में
- कौन जीता – शेर खां
बिलग्राम या कन्नौज का युद्ध | Bilgram ya Kannauj ka Yuddh
- कब – 1540 ई में
- किनके बीच – शेर खां एवं हुमायूँ के बीच
- कौन जीता – शेर खां
हुमायूँ का मूल्यांकन | Humayun ka Mulyankan
- हुमायूँ ज्योतिष में विस्वास रखता था इसलिए सप्ताह के सातों दिन सात रंग के कपडे पहनता था।
अकबर का जीवन परिचय | Notes on Akbar in Hindi
- जन्म कब – 1542 ई में
- अकबर के पिता का नाम – हुमायूँ
- अकबर के माता का नाम – हमीदा बानो बेगम
- अकबर के बचपन का नाम – जलाल
- अकबर के शिक्षक का नाम – अब्दुल लतीफ़ ईरानी
- अकबर के संरक्षक का नाम – बैरम खान
- अकबर के सेनापति का नाम- मानसिंह
पानीपत की दूसरी लड़ाई
- कब – 5 नवम्बर 1556 ई
- किनके बीच – हेमू एवं अकबर
- कौन जीता – अकबर
हल्दीघाटी का लड़ाई
- कब – 18 जून 1576 ई
- किनके बीच – महाराणा प्रताप एवं अकबर
- कौन जीता – अकबर
अकबर की धार्मिक निति क्या थी ? | Akbar ki Dharmik Neeti
- अकबर के धर्म का आधार – सुलह-ए -कुल था ।
- अकबर ने तीर्थ यात्रा कर को समाप्त किया – 1563 ई में
- जजिया कर पर रोक लगा दिया – 1564 ई में
- 1575 ई में इबादत खाने की स्थापना की ।
दीन–ए–इलाही धर्म
- स्थापना वर्ष कब हुआ – 1582 ई
- इस धर्म को स्वीकार करने वाला प्रथम एवं अंतिम हिन्दू बीरबल था।
- बीरबल के बचपन का नाम महेशदास था।
अकबर के नवरत्न | Akbar ke Navratan
अकबर के दरबार में नौ विशेष दरबारी थे जिनकी अलग-अलग जिम्मेदारी मिली हुई थी और उन्हें ही नवरत्न कहा जाता था।
रत्न | जिम्मेदारी /भूमिका | |
1 | बीरबल | कहानीकार एवं कवि |
2 | अबुल फजल | आईने अकबरी,अकबरनामा का रचनाकार |
3 | टोडरमल | भूमि सुधार कार्य |
4 | तानसेन | संगीतकार |
5 | मानसिंह | मुग़ल साम्राज्य विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका |
6 | अब्दुर्रहीम खानखाना | बाबरनामा का फ़ारसी भाषा में अनुवाद |
7 | फैजी | राजकवि |
8 | मुल्ला दो प्याजा | अकबर का सलाहकार |
9 | हकीम हुकाम | रसोईघर का प्रधान |
अकबर का मूल्यांकन | Akbar ka Mulyankan
- अकबर ने अपने शासनकाल में जब्ती प्रणाली की शुरुआत की।
- अकबर ने शासन प्रणाली की प्रमुख विशेषता मनसबदारी प्रथा थी।
- अकबर के शासनकाल को हिंदी साहित्य का स्वर्णकाल कहा जाता था।
- अकबर ने अनुवाद विभाग की स्थापना की।
- अकबर ने गुजरात विलय के उपलक्ष्य में बुलंद दरवाजा का निर्माण करवाया।
- अकबर के शासनकाल में में चार बाग़ बनाने की परंपरा की शुरुआत हुई।
- अकबर नगाड़ा ( नक्कारा ) नामक वाद्ययंत्र बजाता था।
- अकबर ने फतेहपुर सीकरी ( उत्तर प्रदेश ) का निर्माण करवाया ।
जहांगीर का जीवन परिचय | Notes on Jahangir in Hindi
- जन्म वर्ष – 30 अगस्त 1569 ई
- जहाँगीर के बचपन का नाम – सलीम
- जहाँगीर के पिता का नाम – अकबर
- जीवनी – तुजुक-ए-जहांगीरी
जहांगीर का मूल्यांकन | Jahangir Ka Mulyankan
- जहांगीर के शासनकाल को चित्रकला का स्वर्णकाल कहा जाता था।
- जहांगीर के मकबरा को नूरजहां ने बनवाया था।
- जहांगीर को न्याय की जंजीर के लिए याद किया जाता है। यह न्याय की जंजीर सोने की बनी थी।
- नूरजहां के सम्मान में जहांगीर ने चांदी का सिक्का चलाया।
शाहजहां का जीवन परिचय | Notes on Shahjahan in Hindi
- जन्म कब हुआ – 5 जनवरी 1592 ई
- शाहजहाँ के पिता का नाम – जहांगीर
- शाहजहाँ के माता का नाम – जगत गोसाई
- शाहजहाँ के बचपन का नाम – खुर्रम
- शाहजहाँ के पत्नी का नाम – अर्जुमंद बानो बेगम था जो मुमताज महल के नाम से प्रसिद्द हुई ।
शाहजहां की मृत्यु
- 1658 ई को औरंगजेब ने शाहजहां को बंदी बना लिया और आगरा के किले में कैद करवा दिया। कैदी जीवन जीते हुए 1666 ई में औरंगजेब की मृत्यु हो गयी।
शाहजहां का मूल्यांकन | Shahjahan ka Mulyankan
- शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल ( आगरा , उत्तर प्रदेश ) का निर्माण करवाया।
- शाहजहाँ के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्णकाल कहा जाता था।
- ताजमहल का निर्माण करने वाला मुख्य स्थापत्य कलाकार उस्ताद ईशा खान था।
- यह अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली ले जाने के के क्रम में शाहजहानाबाद की नीव रखी।
शाहजहां द्वारा बनवायी गयी प्रमुख इमारतें
- दिल्ली का लालकिला,दीवाने आम,दीवाने खास,दिल्ली का जामा मस्जिद,आगरा का मोती मस्जिद,ताजमहल एवं शीशमहल
औरंगजेब का जीवन परिचय | Notes on Aurangzeb in Hindi
- जन्म वर्ष – 24 अक्टूबर 1618 ई
- औरंगजेब के पिता का नाम – शाहजहां
- औरंगजेब के माता का नाम – मुमताज महल
- औरंगजेब के पत्नी का नाम – दिलरास बानो बेगम (राबिया बीबी )
- औरंगजेब के गुरु का नाम- मीर मुहम्मद हकीम
- औरंगजेब का धर्म – सुन्नी
- औरंगजेब का उपनाम – जिन्दा पीर
औरंगजेब का मूल्यांकन | Aurangjeb ka Mulyankan
- औरंगजेब ने 1679 ई में जजिया कर को पुनः शुरू किया,जिसे अकबर ने समाप्त कर दिया था ।
- औरंगजेब ने बीबी का मकबरा ( औरंगाबाद ) का निर्माण करवाया।
- औरंगजेब ने बीजापुर एवं गोलकुंडा को मुग़ल साम्राज्य में मिला लिया।
- औरंगजेब वीणा नामक वाद्ययंत्र बजाता करता था ।
औरंगजेब के द्वारा तोड़े गए हिन्दू मदिर
- सोमनाथ मंदिर , बनारस का विश्वनाथ मंदिर , केशव राय मंदिर
बहादुर शाह द्वितीय | Notes on Bahadur Shah in Hindi
- अंतिम मुगलसम्राट बहादुर शाह द्वितीय था जिसे मध्यकालीन इतिहास में जफ़र के नाम से जाना जाता है।
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